प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया विमान दुर्घटना पर गहरा शोक जताया है
- इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में एयर क्रैश में 62 की मौत
- जकार्ता एयरपोर्ट से 20 किलोमीटर की दूरी पर हुई दुर्घटनाग्रस्त
- प्लेन में 12 क्रू मेंबर्स के अलावा 50 यात्री सवार थे
- 26 साल पुराना था दुर्घटनाग्रस्त यह विमान
- 1 मिनट में 10 हजार फीट नीचे आया गया विमान
- यह विमान इंडोनेशिया के लाकी द्वीप के पास क्रैश हुआ है
- 2018 में इंडोनेशिया की लायन एयर की फ्लाइट समुद्र में क्रैश हुई थी,जिसमें 189 की मौत हुई थी
जकार्ताः (एजेंसी) जकार्ता (इंडोनेशिया) से उड़ान भरने वाली श्रीविजया एयर की फ्लाइट की खबर लापता होने की मिली थी, मगर उसके कुछ ही घंटों बाद उसके समुद्र में क्रैश होने की सूचना मिली। इंडोनेशिया के परिवहन मंत्री बुदी कारया ने प्लेन के क्रैश होने की पुष्टि करते हुए कहा कि फ्लाइट संख्या एसजे 182 जकार्ता एयरपोर्ट से 20 किलोमीटर की दूरी पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। इस प्लेन में 12 क्रू मेंबर्स के अलावा 50 यात्री सवार थे। यह विमान इंडोनेशिया के लाकी द्वीप के पास क्रैश हुआ है। उड़ान भरने के चार मिनट बाद ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल का विमान से संपर्क टूट गया था। जिसके बाद से खोज और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। राहत और बचावकर्मी दुर्घटना वाली जगह पर पहुंच गए हैं, लेकिन उनको अभी तक कोई जिंदा यात्री नहीं मिला है। एक अधिकारी ने कहा कि यात्रियों की शवों के खोजबीन के बाद ही सरकार मृतकों की संख्या की पुष्टि करेगी।
इससे पहले भी 2018 में इंडोनेशिया की लायन एयर की फ्लाइट समुद्र में क्रैश हो गई थी, जिसमें 189 लोगों की मौत हुई थी। यह विमान भी राजधानी जकार्ता से उड़ान भरने के 12 मिनट बाद समुद्र में दुर्घटना का शिकार हुआ था। हलांकि इस घटना से आहत भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया विमान दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “इंडोनेशिया में दुर्भाग्यपूर्ण विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है। भारत इस दुख की घड़ी में इंडोनेशिया के साथ खड़ा है।”