पटनाः बिहार में लॉ एंड ऑर्डर को और दुरुस्त करने के पत्रकारों के पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने विधि व्यवस्था से संबंधित समीक्षा बैठक पहले भी की है। आज मेरे मन में बात आय़ी कि विधि व्यवस्था से संबंधित और जानकारी लें। गृह मंत्रालय के अंतर्गत पुलिस विभाग के जिम्मे जो कई प्रकार के कार्य हैं उन सबका प्रजेंटेशन में रखा जाता है। आज की बैठक में क्राइम, कंट्रोल और लॉ एंड ऑर्डर के बारे में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। पिछली बार की बैठक में हमने कहा था कि हम यहां आते रहेंगे, पिछले सप्ताह भी यहां आए थे। आज की बैठक में हमने सीआईडी और बीएमपी से संबंधित कार्यों एवं समस्याओं से जुड़ी बातों की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि सीआईडी के अंतर्गत अनेक प्रकार की जिम्मेवारी है। किस थाना क्षेत्र में किस प्रकार का क्राइम हुआ है, उसका पूरा आंकड़ा उसी विभाग के पास होता है। सीआईडी को जिन-जिन चीजों की जरुरत है उसे पूरा किया जा रहा है। ताकि अनुसंधान कार्य में किसी प्रकार की बाधा न हो। विभाग में अधिकारियों, पुलिस पर्सन एवं अन्य जो भी संसाधन की जरुरत है उसकी पूर्ति की जाएगी। कई मामले सीआईडी को इन्वेस्टिगेशन के लिए दिए जाते हैं, वो समय पर पूरा हो। हमने एक-एक चीज के लिए अपने सुझाव दिए हैं। यदि कहीं भी अपराध हो रहा है उन सबकी जानकारी रखना और उसको नियंत्रित करने के लिए क्या काम किया गया है उस पर भी सीआईडी को नजर रखना है। जिला में पुलिस मुख्यालय के पास ही पुलिस के अन्य विंगों के लिए भी जगह निर्धारित कर दी गई है ताकि पुलिस से संबंधित सारे कार्य वहां हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की जो जिम्मेवारी है उसका निर्वहन वो प्रभावी ढंग से करें सभी चीजों पर नजर रखें। सभी थानों में अपराध नियंत्रण के लिए दो विंग बनाए गए हैं एक विंग लॉ एंड ऑर्डर को तथा दूसरा विंग इन्वेस्टिगेशन को देखता है। अनुसंधान कार्य की निगरानी एसपी और डीआईजी के स्तर पर तो किया ही जाता है साथ ही सीआईडी भी इस पर विशेष नजर रखेगी। कोर्ट में चार्जशीट दायर करने के बाद भी एक-एक चीज की निगरानी करना होगा, ताकि दोषी को ससमय सजा मिल सके। आज की बैठक में अपराध नियंत्रण के बारे में जो कार्य किए जा रहे हैं उसके बारे में भी इनलोगों ने जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीएमपी पुराने जमाने से बना हुआ है उसे किसी प्रकार की दिक्कत न हो उस पर भी ध्यान दिया जा रहा है, उनकी जरुरतों को पूरा किया जाएगा। अपराध नियंत्रण के लिए नीचे से ऊपर तक के पदाधिकारी के द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी हम लेते रहते हैं। किस प्रकार अपराध हुआ, उसकी इन्क्वायरी पूरे तरह पर हो रही है या नहीं, कोई पर्टिकुलर एरिया में क्राइम क्यों हो रहा है, उसका कारण क्या है। पुलिस को इन सबचीजों पर निगरानी रखना जरुरी है और इसके लिए उनको काम करते रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने जीवन में ऐसे ही संतुष्ट नहीं होते हैं, बल्कि उसके लिए हम रोज काम करते हैं। अगर संतोष हो जाए तो फिर काम क्यों करेंगे। शुरु से ही हम प्रतिदिन लगातार काम कर रहे हैं। वर्ष 2015 के बाद जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम को बंद कर दिया गया था, क्योंकि लोक शिकायत निवारण कानून लाया गया था। लेकिन इधर महसूस हुआ कि लोगों को कष्ट हुआ है। 7 लाख से ज्यादा लोगों ने लोक शिकायत निवारण कानून का फायदा उठाया है। कोरोना फेज के बाद जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम फिर शुरु करेंगे। हम चैन से नहीं बैठने वाले हैं, दफ्तरों में आकर अब कार्यों का मुआयना करेंगे ताकि कोई दफ्तर में इत्मिनान से बैठा न रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल भवन कितना सुंदर बना है और यहां पुलिस मुख्यालय बनाया गया है। लोग अपनी जिम्मेवारी पूरे तौर पर निभाएं। हमने कह दिया है कि एक-एक खबर पर ध्यान दीजिए, सोशल मीडिया पर भी जो खबर आती है उस पर ध्यान दीजिए। क्या जांच हुई, कहां तक अनुसंधान पहुंचा इसकी जानकारी देते रहिए। हमें पुलिस बल पर पूरा भरोसा है। पुलिस बलों को वाहन, हथियार, इनकी ट्रेनिंग से संबंधित सभी जरुरतों को पूरी की जा रही है। राजगीर में पुलिस का बेहतर ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है। पुलिस बल की ट्रेनिंग आवश्यक रुप से हो। प्रतिदिन प्रकाशित होने वाली खबरों से मुझे सूचना मिलती रही है। अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कमी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरी ईमानदारी और ससमय जांच होनी चाहिए। निर्दोष को फंसाया नहीं जाए और दोषी बचना नहीं चाहिए। पूरी सजगता और सतर्कता के साथ इन्क्वायरी का काम किया जाए।
मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक एस0के0 सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पुलिस महानिदेशक (बी0एम0पी0) आर0एस0भट्टी, अपर पुलिस महानिदेशक विनय कुमार,अपराध अनुसंधान विभाग, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे।
