नवादा/पटना मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव व पोलित ब्यूरो के सदस्य पूर्व विधायक गणेश शंकर विद्यार्थी के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना प्रकट की है। पटना के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे बिहार के नवादा जिले के रजौली के रहने वाले थे।
वर्ष 1924 नवादा जिले के रजौली में गणेश शंकर विद्यार्थी का जन्म हुआ था। उनका परिवार इलाके में काफी प्रतिष्ठित था।12 वर्ष की उम्र में ही अंग्रेजी हुकूमत के समय अंग्रेजी हुकूमत के इमारत पर नवादा में तिरंगा फहराने वाले वामपंथी थे। श्री विद्यार्थी वर्ष 1952 से ही राजनीतिक में आए थे। दरअसल इनका परिवार कांग्रेसी था, जबकि ये अपने परिवार में सिर्फ अकेला इंसान थे जो कम्युनिस्ट पार्टी से ताउम्र जुड़े रहे। अपने राजनीतिक जीवन में इन्होंने 12 बार चुनाव लड़ा मगर इन्हें दो बार 1977 और 1980 ही जीत मिल सकी थी।
