· कैबिनेट विस्तार में हम-वीआईपी की अधूरी रही आस
· 4 पूर्व मंत्रियों पर फिर से विश्वास जताया सरकार ने
· पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय न विधायक बने न मंत्री
· बिहार कैबिनेट में मंत्रियों की 5 सीटें अब भी खाली
· बिहार के पूर्व डीजी सुनील कुमार ने ली शपथ
· दोनों दलों से एक-एक अल्पसंख्यक नेता
· भाजपा के विधायक ने की बगावत
पटनाः बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार ने मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया है। सरकार गठन के 85 दिनों बाद मंगलवार को नीतीश सरकार के 17 नए चेहरों ने मंत्री पद की शपथ ली। इन नए चेहरों के साथ ही बिहार सरकार की कैबिनेट में अब कुल 31 मंत्री हो चुके हैं। भाजपा कोटे से 9 और जदयू कोटे से 8 लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली।
नीतीश सरकार के कैबिनेट विस्तार में चार ऐसे नेताओं को भी मंत्री पथ की शपथ दिलायी गयी है। जो पहले से कभी ना कभी मंत्री रहे हैं। इसमें सबसे पहला नाम सम्राट चौधरी का है। सम्राट चौधरी वर्ष 1999 में कृषि मंत्री रह चुके है। इसके साथ ही वो एनडीए की गठबंधन वाली सरकार में वर्ष 2014 में नगर विकास व आवास विभाग के मंत्री भी रहे थे। दूसरा नाम श्रवण कुमार का है। श्रवण कुमार एनडीए की पिछली सरकार में जदयू कोटे से मंत्री थे। अब उन्हें दोबारा मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा संजय झा को भी जदयू कोटे से दोबारा मंत्री बनाया गया है। संजय झा पूर्व में जल संसाधन विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। चौथा नाम लेसी सिंह का है। लेसी सिंह पिछली नीतीश सरकार में समाज कल्याण मंत्री थी।

रिटायरमेंट से पांच माह पहले राजनीति में आने वाले गुप्तेश्वर पांडेय को ना ही विधायकी का टिकट मिला और ना ही नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिली। हालांकि अभी भी कैबिनेट में पांच मंत्री सीट खाली है लेकिन उनका मंत्री बनना असंभव सा लग रहा है। इधर, गु्प्तेशवर पांडेय के ही बैच के और बिहार के पूर्व डीजी रहे सुनील कुमार को नीतीश कुमार ने मंत्री बना दिया।
कैबिनेट विस्तार के साथ ही राज्य सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत 31 सदस्य हो गए। नियमों के मुताबिक मंत्रियों की संख्या अधिकतम 36 हो सकती है।इस हिसाब से अभी पांच सीट और खाली है।

किसको कौन मंत्रालय मिलाः
शाहनवाज हुसैन —- उद्योग विभाग
श्रवण कुमार —– ग्रामीण विकास विभाग
मदन सहनी —- समाज कल्याण विभाग
प्रमोद कुमार —- गन्ना उद्योग एवं विधि विभाग
संजय कुमार झा —- जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग
लेसी सिंह — खाध एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग
सम्राट चौधरी —- पचायती राज विभाग
नीरज कुमार सिंह —- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
सुभाष सिंह —- सहकारिता विभाग
नीतिन नवीन —– पथ निर्माण विभाग
सुमित सिंह —- विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग
सुनील कुमार —- मद्य निषेद्य,उत्पाद एवं निबंधन विभाग
नारायण प्रसाद —- पर्यटन विभाग
जयंत राज —- ग्रामीण कार्य विभाग
आलोक रंजन झा —- कला संस्कृति एवं युवा विभाग
जमान खान —- अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय
जनक राम —-खान एवं भूतत्व विभाग
बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो चुका है। सरकार गठन के 85 दिनों बाद राजभवन में नीतीश सरकार के 17 नए चेहरों ने मंत्री पद की शपथ ली। इन नए चेहरों के साथ ही बिहार सरकार की कैबिनेट में अब कुल 31 मंत्री हो चुके हैं। विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सीएम नीतीश कुमार सहित कुल 14 चेहरों ने शपथ लिया था। जिसमें भाजपा और जदयू दोनों के पास 7-7 सीटें थी। वहीं इस बार भाजपा बड़े भाई की भूमिका में नजर आई है।
कैबिनेट विस्तार में भाजपा के 9 जबकि जदयू के 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है। सरकार ने आज कैबिनेट विस्तार कर दिया है। यदि अब पूरे गणित को एक कर देखा जाए तो भाजपा के पास 16 तो जदयू के पास 15 सीटें गयी हैं। जिसमें एक-एक सीट दोनों दलों ने एनडीए में अपने सहयोगी दलों को दिया है। कुल मिलाकर भाजपा के 15 तो जदयू के 14 नेता मंत्री बनेंगे। वहीं हम और वीआईपी के एक-एक नेता बिहार में मंत्री पद संभालेंगे।