संस्थापक सदस्य भाजपा एवं पूर्व सांसद, राज्य सभा आर.के. सिन्हा ने कहा है कि बिहार में मुद्दाविहीन विरोधी दलों को अब और कोई मुदा तो मिल नहीं रहा है तो अब वे मानव श्रृंखला बना रहे हैं। जरूर बनाइये। क्योंकि, भाड़े पर गतिब मजदूर लोग मानव श्रृंखला के लिए मिल ही जायेंगे, किसान तो कोई मिलेगा नहीं। वह तो बेचारा गेहूं का पटवन कर रहा है, चना पटा रहा है, सरसों उगा रहा है, सब्जी उगा रहा है। यही तो समय है खेती का I वह क्यों आपके साथ आयेगा। मैं एक सवाल पूछना चाहता हूँ, इन विरोधी दलों से । स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को किसने लागू नहीं किया ? और, जब उसको मोदी सरकार ने लागू किया, आप सबों की मांग के बाद ही, तो फिर आप सभी बौखला क्यों रहें है। दूसरा सवाल यह है कि सर्व प्रथम कॉन्ट्रैक्ट फारमिंग किसने लागू किया ? सबसे पहले कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने ही तो पंजाब में लागू किया। हजारों एकड़ जमीन मल्टीनेशनल कंपनियों को दिया। वहीं आज किसानों को दिल्ली भेज रहें हैं आन्दोलन करने के लिए। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जो मांग की है वही तो मोदी सरकार ने लागू किया है । यह तीनों कानून हैं क्या ? वही हैं न ये कानून जिस पर वे कांग्रेसी और सभी विपक्षी दल बौखला रहे हैं। इनके पास कोई मुद्दा नहीं है। जनता के सामने अब ये बेनकाव हो रहे हैं।
